Unnao rape case उन्नाव रेप केस पीड़िता के आखिरी शब्द क्या थें

मैं बच तो जाऊंगी ना मैं मरना नहीं चाहती दोषियों को फांसी पर लटकते देखना चाहती हूं उनको छोड़ना मत यह उन्नाव रेप पीड़िता के आखिरी शब्द थे जो उसने अपने भाई से कहे थे जीने की इच्छा जताई थी मगर उसे बचाया नहीं जा सका शुक्रवार 6 दिसंबर की रात 11:45 बजे उसने दम तोड़ दिया 5 दिसंबर को उन्नाव रेप के आरोपियों ने उसे जिंदा जलाने की कोशिश की थी करीब 90 फ़ीसदी जलने के बाद उसे दिल्ली के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया दिल्ली अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी के हेड ऑफ डॉक्टर शलभ कुमार ने बताया

हमने सभी प्रयास किए लेकिन पीड़िता को बचाया नहीं जा सका. शाम में ही उसकी हालत खराब शुरू होना चालू हो गई थी हमने इलाज शुरू किया उसे बचाने की कोशिश की लेकिन 11.40 बजे में वह दम तोड़ चुकी थी

दरअसल मरा हुआ तो पूरा सिस्टम है जो एक लड़की को इंसाफ नहीं दिला सका बचा नहीं सका अपनी बहन की आखिरी शब्द सुनने वाले भाई एक ही गुहार लगा रहा है

पीड़िता के भाई ने क्या बोला-

हमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि अपराधी एनकाउंटर में मारे जाते हैं या फिर फांसी में लटकाया जाते हैं उन्हें जिंदा नहीं रहना चाहिए बस हम यही चाहते हैं पीड़िता के पिता भी इस सिस्टम से इतने नाराज हैं कि वह मांग कर डाली जिसमें बहस छिड़ी हुई है

पीड़िता के पिता ने क्या बोला-

जिस तरह हैदराबाद की आरोपियों को मारा गया ऐसे ही हमारी बेटी के दरिंदों को दौड़ा-दौड़ा कर मारना चाहिए या फिर फांसी दे देनी चाहिए आरोपियों को सजा देने के बाद ही हमारी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी. पीड़िता के पिता ने यह भी बताया रेप की घटना के बाद से ही आरोपी के  तरफ से उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही थी आए दिन उनके सदस्यों के साथ मारपीट होती थी पर कार्यवाही नहीं होती थी पीड़िता के पिता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वी आदित्य योगीनाथ जो कहते हैं कि उनकी सरकार में गुंडे बदमाश प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं उनसे इन पीड़िता के पिता ने एक ही गुहार लगाई है कि हमें पैसे या किसी चीज का लालच नहीं है हम यही चाहते हैं कि आरोपियों को सजा हो और हमें इंसाफ मिले ताकि हमारी बेटी की आत्मा को शांति मिल सके

Unnao rape पूरा मामला

Media  report के मुताबिक उन्नाव की हिंदूपुर गांव की पीड़िता ने शिवम त्रिवेदी नाम के लड़के से लव मैरिज की थी मगर दोनों के बीच कुछ वजह से अनबन हो गई मार्च 2019 शिवम और उसके दोस्त के खिलाफ गैंग रेप की शिकायत दर्ज कराई बताया कि 12 दिसंबर 2018 के दिन शिवा और उसके दोस्त ने उसे ब्लैकमेल करके rape किया मुख आरोपी शिवम त्रिवेदी जेल चला गया मगर कुछ दिन पहले ही वह जमानत से बाहर आया 5 दिसंबर को वह अपने कुछ साथियों के साथ पीड़िता को जिंदा जलाने की कोशिश किया पीड़िता मदद की गुहार लगाते हुए करीब 1 किलोमीटर तक दौड़ी खुद पुलिस तक पहुंची जहां से उसे अस्पताल ले जाया गया फिर उसे लखनऊ रेफर किया गया और 5 दिसंबर को ही दिल्ली भेज दिया गया

 पुलिस क्या कर रही है-

Up में आईजी लायन आर्डर प्रवीण कुमार के मुताबिक पीड़िता को जलाने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है इसमें से दो ने पिछले साल पीड़िता के साथ रेप किया था पीड़ित लड़की ने इलाज के दौरान उन्नाव में ही मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज कराए थे जिसके आधार पर पुलिस 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया मामले में विपक्ष ने यूपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है पीड़िता की मौत के बाद 7 दिसंबर की सुबह यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा के सामने धरने पर बैठ गए अखिलेश के साथ प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी धरने पर बैठ गए धरने में बैठे अखिलेश ने मीडिया से कहा उन्नाव पीड़िता की मौत देश के लिए एक काला दिन है यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा था कि कानून व्यवस्था सुधरेगी लेकिन कहां व्यवस्था सुधरी संविधान की शपथ लेने के बाद भी एक मुख्यमंत्री बेटी की जान नहीं बचा पा रहे इस पार्टी की सरकार ना तो बेटियां सुरक्षित है ना ही उनका सम्मान सुरक्षित है
दूसरी तरफ पीड़िता के परिवार से मिलने प्रियंका गांधी उन्नाव पहुंच गई पीड़िता के परिवार से मिलने के बाद उन्होंने भी योगी आदित्यनाथ सरकार पर जोरदार हमला बोला कहां की कोई और मुख्यमंत्री होता तो वह इस्तीफा दे देता
जिस वक्त प्रियंका उन्नाव में थी उस वक्त कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी मुख्यालय के सामने  प्रदर्शन कर रहे पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया उन्नाव गैंगरेप के मामले में bsp कि मायावती ने भी योगी आदित्यनाथ पर जोरदार हमला किया
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विपक्ष की पार्टियां क्या कह रही है वह अपनी राजनीति रोटियां सेक रही है लेकिन सरकार को यह देखना होगा कि उत्तर प्रदेश में क्या चल रहा है कोई भी सरकार आती है गुंडाराज कभी खत्म नहीं हो रहा है हर तरफ बलात्कारी बैठे हैं समाज में, राजनीति में हर तरफ से बलात्कारी ही दिख रहे हैं कई राजनीतिक पार्टियों में भी बलात्कारी को टिकट देकर चुनाव लड़ा दिया जाता है पर कितने भी केस लगे हो उनसे कोई फर्क नहीं पड़ता उन्हें तो बस अपनी राजनीति की रोटियां सेकने से मतलब है
यह समाज बहुत ही पूरी स्थिति से गुजर रहा है जो पढ़े लिखे हैं उनकी तो कोई सुनता नहीं है और जो गुंडाराज चलाना चाहती हैं उनकी हर तरफ चलती है आप और हम लोगों को समझना होगा और ऐसे लोगों को समाज से निष्कासित करना होगा और एक सभ्य समाज की स्थापना करना

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