क्या है NPR, और इसका असर क्या होगा?

NPR आखिर क्या है और यह NRC से पहले क्यों लागू होगा

National Population Register यानी राष्ट्रीय जनगणना रजिस्टर (NPR) के तहत 1 अप्रैल 2020 से 30 सितंबर 2020 तक नागरिकों का डेटाबेस तैयार करने के लिए देशभर में घर घर जाकर जनगणना की तैयारी है

यह नागरिकता संशोधन कानून 1955 और नागरिकता ( नागरिकों के पंजीकरण और राष्ट्रीय पहचान कार्ड जारी)  करने के नियम 2003 के प्रावधान के तहत स्थानीय स्तर पर (गांव / उप शहर) उप जिला, जिला और राष्ट्रीय स्तर तक तैयार किया!

देश के सामान्य नागरिकों की व्यापक पहचान का डाटा बेस बनाना NPR का मुख्य लक्ष्य है

NPR अप्रैल और सितंबर 2020 के बीच असम को छोड़कर देश के अन्य सभी राज्यों में एवं केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगा, यह जनगणना कार्य के साथ होगा

असम को इससे अलग इसलिए रखा गया है क्योंकि वहां पहले ही राष्ट्रीय नागरिक पंजी. का कार्य हो चुका है

 सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि जनगणना के लिए लंबा फॉर्म नहीं भरना होगा यह स्वयं घोषित स्वरूप का होगा

अमित शाह ने कहा-

 NPR का इस्तेमाल NRC में नहीं होगा यह लोगों की सहूलियत के लिए है

दूसरी ओर ,जनगणना 2021 दो चरणों में होगी! इसमें पहले चरण में घर की सूची या घर की गणना की जाएगी जो अप्रैल से सितंबर 2020 तक होगी इसका दूसरा चरण 9 फरवरी से 28 फरवरी 2021 में होगा
इसकी संबद्धता तिथि 1 मार्च 2021 होगी

 बर्फ से प्रभावित जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में संबंधित है तिथि 1 अक्टूबर 2020 होगी

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